प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीमावर्ती क्षेत्र के दौरे के बाद लोगों की बड़ी भविष्य की आशाए:-
लोहाघाट(उत्तराखंड)- चीन सीमा से लगे गांवों में लोगों के जीवन की जटिलताओं को कम किए जाने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण लोगों का अपनी माटी से लगाव बढ़ता जा रहा है। इन क्षेत्रों में सड़क, संचार, सोलर विद्युत आदि बुनियादी सुविधाएं मिलने से लोगों का जहां मनोबल बढ़ता जा रहा है वही आईटीबीपी द्वारा उनकी सुरक्षा के साथ उन्हें हर प्रकार का सहयोग एवं समन्वय स्थापित किए जाने का ऐसा प्रभाव पड़ा है कि अब वाइब्रेट गांवों के लोग अपने नातेदार एवं रिश्तेदारों को यहां की बदलती हुई परिस्थितियों को देखने के लिए बुला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस क्षेत्र का भ्रमण किए जाने के बाद इन गांवों के लोग उत्साह व उमंग से भरे हुए हैं।
आईटीबीपी लोहाघाट स्थित 36वी बटालियन के अधीन आने वाले गांवों में कमांडेंट डीपीएस रावत के दिशा निर्देशन में पूरे दिसंबर माह तक हिमवीरो द्वारा यहां भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को अच्छादित करने के साथ उनके जीवन की जटिलताओं को कम करने की महत्वपूर्ण पहल की गई है। शीतकाल में सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों द्वारा किए जाने वाले माइग्रेशन के कारण उन्हें वह सारी सुविधाएं उन स्थानों दी गई, इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई, शिक्षा चिकित्सा, पशु चिकित्सा, सोलर लाइट का वितरण आदि तमाम कार्य भी संपादित किए गए।
विकसित संकल्प यात्रा के दौरान सीमावर्ती गांव – गांव में रैलियां निकालकर लोगों को भारत सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ उन्हें आच्छादित भी किया गया। कमान्डेंट रावत ने कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए विषम परिस्थितियों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जहां हिमवीरो के प्रयासों को सराहा वहीं उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को यह भरोसा भी दिलाया कि आईटीबीपी उनके सुख-दुख एवं सुरक्षा में उनके पीछे चट्टान एवं परछाई की तरह खड़ी है।इस दौरान सिविक एक्शन प्लान के तहत भी लोगों को सामग्री वितरित की गई।