महिला सशक्तिकरण और बाल विकास
देहरादून 28 फरवरी: उत्तराखण्ड में कमजोर बच्चों की देखभाल और उनकी सहायता करने के लिए उत्तराखंड महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के साथ एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया संस्था ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य भर में बाल विकास कल्याण पहल को बढ़ाना है।
एमओयू पर प्रशांत कुमार आर्य, आईएएस, निदेशक, महिला कल्याण विभाग उत्तराखंड व सुमंत कर, सीईओ, एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया ने महिला कल्याण विभाग, उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों मोहित चौधरी और अंजना गुप्ता, की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। यह महत्वपूर्ण आयोजन कैबिनेट में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश में बाल कल्याण को आगे बढ़ाने में प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
समझौता ज्ञापन में सहयोग के चार प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं:
बाल गृह- इस पहल के तहत, सामुदायिक व्यवस्था में परिवार जैसे माहौल में देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों को प्रवेश देने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।
समुदाय में कमजोर परिवारों का समर्थन करना (परिवार सुदृढ़ीकरण कार्यक्रम)- साझेदारी समुदाय के भीतर कमजोर परिवारों का समर्थन करने के लिए परिवार सुदृढ़ीकरण कार्यक्रमों को लागू करना चाहती है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि बच्चे एक सुरक्षित और स्थिर पारिवारिक वातावरण में बड़े हो सकें।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना- मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के माध्यम से, परिवार जैसे देखभाल समाधानों के महत्व पर जोर देते हुए, जरूरतमंद बच्चों के लिए रिश्तेदारी देखभाल व्यवस्था को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
मेंटरशिप प्रोग्राम (सीसीआई के लिए तकनीकी सहायता और ज्ञान साझेदारी)- सहयोग का यह पहलू बच्चों को गुणवत्तापूर्ण देखभाल और सहायता प्रदान करने में उनकी क्षमता बढ़ाने के लिए बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने और ज्ञान साझेदारी को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इस अवसर पर उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण और बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने इस साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, एसओएस इंडिया के साथ यह साझेदारी राज्य में किशोर न्याय प्रथाओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में, प्रदेश के बच्चों के लिए संस्थागत और गैर-संस्थागत देखभाल में एक ऐतिहासिक प्रयास होगा।
एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया के सीईओ सुमंत कर ने कहा, कमजोर बच्चों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमारे सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने के लिए उत्तराखंड सरकार की महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के साथ हाथ मिलाकर खुशी हो रही है। इस सहयोग के माध्यम से, हमारा लक्ष्य ऐसे स्थायी समाधान तैयार करना है जो राज्य भर में बच्चों और उनके परिवारों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालें।
एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया राज्य के भीमताल में एक चिल्ड्रन्स विलेज संचालित करता है, जहां वर्तमान में 182 बच्चों को फैमिली लाइक केयर प्रोग्राम के तहत सहायता प्रदान की जा रही है। एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया प्रत्येक बच्चे को एक प्यारा घर और एक सहायक समुदाय प्रदान करने, उन्हें एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए सशक्त बनाने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है।